भारतीय क्रिकेट टीम (Indian Cricket Team) के इस पूर्व सितारे ने अपने छोटे से करियर में कई रिकॉर्ड बना डाले थे.
सचिन तेंदुलकर (Sachin Tendulakr) के खास दोस्त और भारतीय क्रिकेट टीम (Indian Cricket Team) के पूर्व सितारे विनोद कांबली (Vinod Kambli) ने जूनियर नेशनल सेलेक्टर (Junior National Selector) पद के लिए आवेदन किया है. बीसीसीआई (BCCI) ने 14 अप्रैल को इन पदों पर भर्ती के लिए आवेदन मंगाए थे, जिन्हें जमा करने की आखिरी तारीख 26 अप्रैल तय की गई थी. टीम इंडिया के लिए 17 टेस्ट और 104 वनडे मैच खेलने वाले विनोद कांबली ने इस बारे में कहा है, हां, मैंने इस पद के लिए आवेदन किया है क्योंकि मुझे भारतीय क्रिकेट ने बहुत कुछ दिया है और अब कुछ लौटाने की बारी मेरी है. टाइम्स ऑफ इंडिया की रिपोर्ट के अनुसार, कांबली ने कहा कि मैं अपनी टीम की बैंच स्ट्रैंथ बढ़ाने पर काम करना चाहता हूं. ताकि प्रतिभाशाली खिलाडि़यों की खोज में बीसीसीआई की मदद कर सकूं.
49 साल के विनोद कांबली ने टेस्ट क्रिकेट में 1084 रन बनाए हैं जिनमें चार शतक भी शामिल हैं. वहीं वनडे में दो शतक और 14 अर्धशतकों के साथ उनके नाम 2477 रन दर्ज हैं. 129 प्रथम श्रेणी मैचों में 59.67 के औसत से उन्होंने 9965 रन बनाए हैं. फर्स्ट क्लास क्रिकेट में कांबली के नाम 35 शतक और 44 अर्धशतक दर्ज हैं. फिलहाल बाएं हाथ के पूर्व बल्लेबाज विनोद कांबली मुंबई क्रिकेट एसोसिएशन यानी एमसीए की क्रिकेट इंप्रूवमेंट कमेटी के सदस्य हैं.
कांबली का टेस्ट औसत शानदार
भारत के मिडिल ऑर्डर बल्लेबाज विनोद कांबली के नाम अनोखा रिकॉर्ड भी दर्ज है. अपने जन्मदिन पर वनडे शतक लगाने वाले कांबली पहले क्रिकेटर हैं. भारतीय टेस्ट क्रिकेट में उनकी औसत सबसे बेहतरीन है. उन्होंने 54 की औसत से रन बनाए हैं. हालांकि भारत के लिए उन्होंने अपना आखिरी टेस्ट 23 साल की उम्र में ही खेल लिया था. उसके बाद कांबली सिर्फ वनडे क्रिकेट में ही नजर आए. ये और बात है कि कांबली ने वनडे में भी अपना आखिरी मैच 28 साल की उम्र में ही खेल लिया था.
कांबली ने अपना टेस्ट शतक अपने तीसरे ही मैच में बना लिया था और ये दोहरा शतक था. तब उन्होंने 1993 में मुंबई के वानखेडे स्टेडियम में इंग्लैंड के खिलाफ 224 रन बनाए थे. जिम्बाब्वे के खिलाफ खेले गए अगले ही टेस्ट में उनके बल्ले से 227 रन निकले. इसके अगली सीरीज में श्रीलंका के खिलाफ कांबली ने 125 और 120 रन की पारियां खेली थीं. वह एकमात्र ऐसे क्रिकेटर हैं जिन्होंने तीन पारियों में तीन अलग-अलग देशों के खिलाफ लगातार तीन शतक जड़े हैं.
Source – TV 9 Hindi