जी. किशन रेड्डी ने बताया कि केंद्र सरकार कई देशों से वैक्सीन आयात भी करने वाले हैं। निजी अस्पतालों को भी सहयोग देंगे। वैक्सीनेशन को राजनीति की नजर से नहीं देखना चाहिए। उन्होंने बताया कि केंद्र सरकार ने वैक्सीन के आयात को लेकर नियमों में काफी ढील दे दी है।
नई दिल्ली, एएनआइ। केंद्रीय मंत्री जी. किशन रेड्डी का कहना है कि भारत में बड़ी तीव्र गति से कोरोना वैक्सीनेशन हो रहा है। लोगों को कोरोना रोधी वैक्सीन लगाने के मामले में हम दुनियाभर में तीसरे नंबर पर हैं। साथ ही उन्होंने बताया कि इस साल के अंत तक सभी लोगों को कोरोना वैक्सीन लगाने की योजना सरकार ने बना ली है। बता दें कि केंद्रीय मंत्री ने आज चाणक्यपुरी में 18 वर्ष से अधिक उम्र के लोगों के लिए टीकाकरण कार्यक्रम का उद्घाटन किया है।
जी. किशन रेड्डी ने बताया कि केंद्र सरकार कई देशों से वैक्सीन आयात भी करने वाले हैं। निजी अस्पतालों को भी सहयोग देंगे। वैक्सीनेशन को राजनीति की नजर से नहीं देखना चाहिए।’ उन्होंने बताया कि केंद्र सरकार ने वैक्सीन के आयात को लेकर नियमों में काफी ढील दे दी है। नए नियमों के तहत प्राइवेट अस्पताल भी बेहद आसानी से कोरोना रोधी वैक्सीन का आयात कर सकते हैं।
उन्होंने बताया कि अगले 7-8 महीनों तक तेजी से वैक्सीनेशन कार्यक्रम चलेगा और दिसंबर तक यकीनन सभी लोगों को वैक्सीन लग जाएगी। मोदी सरकार ने दिसंबर के अंत तक सभी वैक्सीन लगाने और 250 करोड़ वैक्सीन के उत्पादन का एक्शन प्लान भी तैयार कर लिया है। सरकार की फाइजर और जॉनसन एंड जॉनसन जैसी कंपनियों से भी बात हो रही है। साथ ही उन्होंने बताया कि भारत में कोरोना वैक्सीन की अब तक की रफ्तार भी अच्छी रही है। हम अपनी जनता को वैक्सीन लगाने के मामले में दुनियाभर में तीसरे नंबर पर हैं।
गौरतलब है कि भारत के औषधि महानियंत्रक (डीसीजीआई) वीजी सोमानी ने एक नोटिस जारी कर भारत में चल रहे कोरोना रोधी टीकाकरण कार्यक्रम में तेजी लाने के लिए बड़ा कदम उठाया है। इसके तहत अब डीजीसीआई ने फाइजर और मॉडर्ना द्वारा विकसित की गई कोविड-19 वैक्सीन समेत अन्य विदेशी वैक्सीन को भारत में लाने और इनके इस्तेमाल से पहले इनका दोबारा ट्रायल कराने की शर्तों को वापस ले लिया है। इसका मतलब यह है कि अगर वैक्सीन को किसी बड़े देश या डब्ल्यूएचओ से अप्रूवल है, तो भारत में उस पर स्थानीय ट्रायल नहीं किया जाएगा।
Source – jagran.com