बॉलीवुड में करण जौहर और शाहरुख खान की दोस्ती एक मिसाल है। करण जौहर ने बतौर निर्देशक अपनी डेब्यू फिल्म कुछ कुछ होता है शाहरुख खान के साथ की थी। उसके बाद दोनों ने एक साथ कई फिल्मों में काम किया। हालांकि एक वक्त ऐसा भी आया जब उनकी दोस्ती में दरार पैदा हो गई।

करण जौहर ने अपनी किताब अनसूटेबल ब्वॉय में इसका जिक्र किया है। उन्होंने बताया कि कैसे कुछ लोग उनकी दोस्ती को देखते थे और कैसे एक फिल्म ने फिर से उनकी दोस्ती को मजबूत कर दिया। करण लिखते हैं कि ‘शाहरुख खान एक पजेसिव दोस्त हैं। मुझे लगता है कि मैंने उनके बिना फिल्म बनाई तो उन्हें इस बात का बहुत दुख हुआ और मुझे लगता है कि मैं तब दुखी हुआ जब उसने मुझे उस तरह से करीबी महसूस नहीं कराया। मैंने इसे अलग तरह से लिया। मुझे लगता है कि हम बिना किसी कारण के दो आहत दोस्त थे।’

काफी समय तक करण जौहर और शाहरुख खान के बीच अनबन रही। बाद में दोनों फिल्म पीकू की सक्सेस पार्टी के दौरान मिले जहां उन्होंने पुरानी बातों को भुला दिया। उस वक्त पार्टी की तस्वीरें भी सामने आई थीं जिसमें जोया अख्तर, होमी अदजानिया और अनीता श्रॉफ अदजानिया भी शामिल हुए थे।

पीकू साल 2015 में रिलीज हुई थी जिसमें अमिताभ बच्चन, दीपिका पादुकोण और इरफान खान मुख्य भूमिका में थे। साल 2010 में करण जौहर ने शाहरुख खान के साथ फिल्म माई नेम इज खान की थी। उसके बाद जब वे फिर से मिले तो 2016 में ऐ दिल है मुश्किल की। हालांकि इसमें शाहरुख कैमियो रोल में थे।

करण और शाहरुख की दोस्ती को लेकर कई तरह की बातें भी की गईं। इस पर करण लिखते हैं कि ‘अगर मैं आपसे कहूं कि आप अपने भाई के साथ सो रहे थे तो आपको कैसा लगेगा? मेरे लिए, इससे कोई फर्क नहीं पड़ता कि शाहरुख और मैं किस तरह के उतार-चढ़ाव से गुजरते हैं। वह एक पिता की तरह हैं। एक बड़े भाई की तरह हैं।’
Source – amarujala